नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ, बाराबंकी
फतेहपुर, बाराबंकी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के संपूर्ण समाधान दिवस में एक संवेदनशील मामला सामने आया, जिसमें एक वृद्ध महिला जो कि व्हीलचेयर पर डीएम साहब के संपूर्ण समाधान दिवस में अपनी जिंदा होने का सबूत देने के लिए डीएम साहब के सामने उपस्थित हुई। तहसील फतेहपुर की ग्रामीण अंचल निन्दूरा विकासखंड के ग्राम गोड़ैचा निवासी भनता पत्नी महावीर ने अपने आप को जिंदा बताते हुए पेंशन दिलाने की मांग की। वृद्ध महिला ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से अधिकारियों ने उसको मृतक घोषित कर दिया और उसकी पेंशन कटवा दी। उसके परिवार में उसकी सेवा करने वाला कोई नहीं है ।डीएम ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वृद्ध को कंबल प्रदान किया वह जिला समाज कल्याण अधिकारी को तत्काल तलब करते हुए वृद्ध महिला को पिछले समय से तत्काल पेंशन भुगतान करने के निर्देश दिए। डीएम के आदेश पर तत्काल सक्रिय हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी ने वृद्ध महिला की पेंशन रोकने के क्रम में पाया कि पंचायत सेक्रेटरी ने वृद्ध महिला को मृतक दिखा दिया था। इस वजह से उसकी पेंशन बंद कर दी गई थी। इस पर जिलाधिकारी का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्होंने पंचायत सेक्रेटरी को तत्काल निलंबित करने के आदेश दिए और वृद्ध महिला को तत्काल पेंशन भुगतान के आदेश निर्गत किये।