नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
बाराबंकी। मसौली थाना क्षेत्र में बुधवार को बकरी चराने गई दो चचेरी बहनों की तालाब में डूबकर मौत हो गई। वहीं तीसरी बच्ची को एक युवक द्वारा बचा लिया गया। घटना के बाद कोहराम मच गया। परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं पूरा गांव इस हृदय विदारक घटना से शोक में डूबा है।
मसौली थाना क्षेत्र के नहामऊ गांव के मजरे सांई ताकिया निवासी तफज्जुल की पुत्री जैस्मिन (8), इनके भाई तजम्मुल की पुत्री सायमा (12) व गांव के ही जब्बार की पुत्री करीना (13) बुधवार सुबह बकरियां चराने निकली थी। बकरियां लेकर तीनों गांव के बाहर तालाब किनारे पहुंची। परिजनों के अनुसार, पैर में कीचड़ लग जाने की वजह से जैस्मिन सगरा तालाब के किनारे जाकर पैर व हाथ धोने लगी। इस दौरान उसका पैर फिसला तो वह तालाब के गहरे पानी में चली गई। उसे चिल्लाता देख सायमा व करीना उसे बचाने दौड़ी। चचेरी बहन को बचाने के लिए तालाब में उतरी सायमा भी डूबने लगी। दोनों को हाथ पांव मारता देख करीना ने बचाव के लिए चिल्लाना शुरु कर दिया और खुद तालाब में जाकर दोनों के हाथ पकड़ने की कोशिश में जुट गई। बरसात के कारण तालाब में अधिक पानी होने के कारण जैस्मिन व सायमा डूब गईं। करीना भी बचने के लिए हाथ पांव मार रही थी। चीख पुकार सुनकर पास खेतों में धान की रोपाई कर रहे कुछ ग्रामीण तालाब की ओर दौड़े। इनमें से एक युवक चांदबाबू ने हिम्मत दिखाते हुए डूब रही करीना का हाथ पकड़कर उसे बाहर खींच लिया तो वह डूबने से बच गई। तब तक मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग चुकी थी। कुछ ग्रामीणों ने तालाब में घुसकर चचेरी बहनों जैस्मिन व सायमा को बाहर निकाला मगर उनकी सांसें थम चुकी थी। बेटियों के शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मसौली पुलिस व सीओ रामनगर हर्षित चौहान मौके पर पहुंचे। बच्चियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए गए। सीओ ने बताया कि गहराई के कारण बच्चियां बाहर नहीं निकल सकीं और डूब गईं।