नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
सुबेहा, बाराबंकी। ढाई माह पहले मारपीट के मामले में वांछित आरोपी की अमेठी जिले में पुलिस की दबिश के दौरान मौत होने की खबर से तनाव फैल गया। अमेठी से शव पहुंचने से पहले कस्बा सुबेहा छावनी में तब्दील कर दिया गया। दोपहर बाद अमेठी से युवक का शव लाया गया। कुछ लोग अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़ गए लेकिन पुलिस के समझाने पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सुबेहा थाना क्षेत्र के कस्बा सुबेहा के हवेली वार्ड के महुआतर मोहल्ला में बीते 23 अप्रैल को गाय के भूसा खाने को लेकर यहां के निवासी अमरनाथ व रामकिशोर के परिवारों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले थे जिसमें 15 लोग घायल हुए थे। गंभीर रूप से घायल रामकिशोर के परिवार के विनय (18) की 26 अप्रैल को लखनऊ के केजीएमयू में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस 12 लोगों को जेल भेज चुकी है जबकि राजेश कुमार समेत 13 आरोपी फरार चल रहे हैं। बुधवार की रात सुबेहा पुलिस को सूचना मिली कि राजेश अमेठी के कमरौली थाना के पलया पश्चिम गांव स्थित अपनी ससुराल में है। रात में ही सुबेहा थाने के एसआई मदन पाल की अगुवाई में पुलिस टीम दबिश देने गई थी। बृहस्पतिपार भोर वहीं पर धरपकड़ के दौरान राजेश की मौत हो गई। सुबह करीब साढ़े छह बजे इसकी सूचना राजेश के परिजनों को मिली तो परिजन स्तब्ध रह गए। इसे लेकर तनाव व्याप्त हो गया। हालात को भांपते हुए आनन-फानन हैदरगढ, लोनीकटरा बदोसराय, रामसनेहीघाट, असंद्रा समेत आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई। राजेश की मौत ये उसके परिजन रोते हुए बेहोश हो जा रहे थे। मां रामावती के आंसू सुबह से बंद ही नहीं हुए थे। पत्नी उर्मिला व 15 वर्षीय पुत्री गुड़िया तो बेेहोश हो गई। पत्नी ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों की पिटाई से पति की मौत हुई है। अन्य परिजन भी इसे लेकर पुलिसकर्मियों व विपक्षियों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे। पुलिस दबिश के दौरान जान गंवाने वाला राजेश भाकियू अंबावत गुट का नगर अध्यक्ष था। संगठन के जिलाध्यक्ष रामनरायण यादव ने इसकी पुष्टि भी की।