नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
बाराबंकी। राशन की दुकानों तक अनाज आसानी से पहुंच सके, इसके लिए जिले में 75 फूड ग्रेन स्टोर बनाए जाएंगे। यह स्टोर मनरेगा से बनाए जाने हैं और एक स्टोर के निर्माण पर करीब साढ़े आठ करोड़ रुपये खर्च होगा। डीएम ने शासन के निर्देशों के बाद सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया है। जिले में 15 ब्लॉक हैं और एक ब्लॉक में कम से कम पांच अन्नपूर्णा स्टोर इस तरह से 75 स्टोर मनरेगा से बनाए जाएंगे। एक स्टोर का निर्माण 484 वर्ग फीट में किया जाएगा। इसमें एक बरामद भी होगा। बरामदे में तीन स्थानों पर नोटिस बोर्ड लगाए जाएंगे। इन स्टोरों को बनाने का प्रमुख उद्देश्य राशन की दुुकानों तक आसानी से अनाज पहुंचाना है। जिले में डोर स्टेप डिलीवर के तहत सिंगल स्टेज व्यवस्था लागू है। जिसके तहत एफसीआई गोदाम से सीधे राशन की दुकानों तक अनाज पहुंचाया जा रहा है। इसमें मौजूदा समय में 1389 राशन की दुकानें संचालित हो रही हैं। इनके माध्यम से जिले के करीब साढ़े छह लाख कार्डधारकों को प्रति माह अनाज का वितरण किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इस कार्य में तेजी लाने के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसमें सीडीओ को अध्यक्ष एडीएम और उपायुक्त मनरेगा को सदस्य तथा डीएसओ को संयोजक सदस्य बनाया गया है। इसी प्रकार तहसील स्तर पर गठित कमेटी में एसडीएम को अध्यक्ष, बीडीओ और अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को सदस्य तथा पूर्ति निरीक्षकों को संयोजक सदस्य बनाया गया है। जिले में करीब 30 राशन की दुकानें ऐसी हैं, जो सकरी गलियों में स्थापित हैं। जिससे यहां तक अनाज पहुंचाने में परिवहन ठेकेदारों को दिक्कतें होती हैं। लेकिन इन स्टोरों के बन जाने से यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। इसके अलावा अनाज रखने की बेहतर सुविधा होगी तथा कार्डधारकों के बैठने, पीने के पानी आदि की व्यवस्था होगी। आम आदमी यहां बिजली का बिल जमा कर सकेगा, सीएससी की सेवाएं ले सकेगा। इसके अलावा रोजमर्रा की वस्तुओं के बेचने की भी अनुमति दी गई है।