जिले की विद्युत व्यवस्था चरमराई, 1200 गांवों की बिजली हुई गुल !

नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ

बाराबंकी। सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद भी जिले में पटरी से उतरी बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। इसके चलते ही भीषण गर्मी में लोगों को अघोषित बिजली कटौती के साथ ही लो वोल्टेज की समस्या से जूझ कर परेशान होना पड़ रहा है। जिले के फतेहपुर, रामनगर व रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र में तार टूटने व अन्य फाल्ट के कारण बीते 24 घंटे में करीब 12 सौ गांवों की बिजली गुल रही। इस कारण लोग मोबाइल चार्ज करने तक को तरस गए। बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण कारोबार से लेकर खेती किसानी तक के कार्य नहीं हो पाए। कई इलाकों में तो बिजली सप्लाई बाधित होने के कारण पेयजल का संकट भी लोगों को झेलना पड़ा।
फतेहपुर इलाके में सोमवार रात करीब 12 बजे बारिश शुरू होते ही निंदूरा से आने वाली 33 हजार की हाईटेंशन लाइन पर पेड़ की डाल गिरने से आपूर्ति ठप हो गई। इसके चलते कस्बा फतेहपुर, रसूलपुर, बसारा, इसरौली, मदनपुर, हजरतपुर, बिलौली समेत 90 गांव अंधेरे में डूब गए। करीब सात घंटे बाद सप्लाई शुरू हुई लेकिन कस्बे के सूरतगंज चौराहे पर फाल्ट होने से फिर आपूर्ति बंद हो गई। फाल्ट को ढूंढ कर उसे दुरुस्त बनाने में फिर तीन से चार घंटे लग गए।दूसरी तरफ कुर्सी विद्युत उपकेंद्र के लिए लखनऊ से आने वाली अंडरग्राउंड बिजली लाइन में मंगलवार सुबह करीब छह बजे जबरीखुर्द गांव के पास फाल्ट पैदा हो जाने से कुर्सी उपकेंद्र से होने वाली बिजली आपूर्ति बंद हो गई। इस कारण पूरा दिन कुर्सी अनवरी, अमरसंडा, बहरौली, टिकैतगंज, लोहराहार, अब्बास नगर, अंबरपुर, बाबागंज ककरहिया, बजगहनी, निंदूरा, शंकरपुर, अगासढ़, बैनाटीकार समेत 650 गांवों की बिजली गुल रही। घरों में लगे इनवर्टर तक जवाब दे गए। मंगलवार शाम तक मरम्मत का काम जारी रहा। जबकि रामसनेहीघाट डिवीजन के बडेला नारायनपुर गांव में सोमवार देर रात फाल्ट होने से मूसेपुर, गौरवा, इटहुआ, गोसाइनपुरवा, पूरे निहाल, परसौरा, राघवपुर, जोरावरपुर, बाबाकपुरवा, भवनियापुर, पूरे गंगूदिक्षित, सोहिलपुर, सनाकपुर, लालपुरवा, सहित करीब 150 गांव में 18 घंटे बिजली गुल रही।

रामनगर डिवीजन के अंतर्गत 28 फीडर व 10 सब स्टेशन है। इससे करीब पांच लाख के आबादी क्षेत्र को बिजली की आपूर्ति की जाती है लेकिन सोमवार रात करीब 11 बजे मसौली के पास मुख्य लाइन पर पेड़ गिर जाने से टूटे तार के कारण पूरे इलाके में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। करीब 12 घंटे बाद लाइन पर गिरे पेड़ को कटवा कर विद्युत सप्लाई बहाल करवाई जा सकी। वहीं, सूरतंगज उपकेंद्र की लाइन में खराबी आने से हेतमापुर, रानीगंज एवं मोहम्मदपुर खाला व जिगनी फीडर से जुडे सूरतंगज के ढाई सौ गांवों में बिजली मंगलवार को देर रात तक गुल रही। रात करीब सवा 11 बजे कोटवाधाम उपकेंद्र पर की मुख्य लाइन ब्रेकडाउन होने से 60 से ज्यादा गांव क्षेत्र अंधेरे में डूब गए।

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