नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
देवा, बाराबंकी। देवा कोतवाली क्षेत्र में एक विवाहिता की मौत के बाद मायके वालों ने पति समेत ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर दहेज हत्या का केस दर्ज करा दिया। पूरा परिवार गिरफ्तारी से बचने को फरार था। सोमवार शाम दहेज उत्पीड़न के आरोपी युवक ने पहले जहर खाया फिर सीएचसी पहुंच गया। जिला अस्पताल इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक युवक के पास से एसडीएम को संबोधित एक सुसाइड नोट भी मिला, इसमें उसने स्वयं के साथ पूरे परिवार को दहेज उत्पीड़न के मामले में पूरी तरह निर्दोष बताया है। देवा कोतवाली क्षेत्र के हाजीहार गांव निवासी मुकेश कुमार (23) की पत्नी लक्ष्मी देवी की तीन दिन पहले घर में ही संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। घटना के बाद मृतका के भाई फतेहपुर क्षेत्र के ररिया गांव निवासी मंगल प्रसाद ने पति मुकेश, ससुर हरिश्चंद्र, देवर अंकित व सास के विरुद्ध दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के बाद से ही मुकेश व उसका परिवार गिरफ्तारी से बचने को फरार चल रह थे। सोमवार की शाम मुकेश सुसाइड नोट लेकर अचानक सीएचसी देवा पहुंचा। उसने वहां पर मौजूद चिकित्सकों को बताया कि उसने जहर खा लिया है। यह सुनते ही सीएचसी पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन उसका इलाज शुरू किया गया। बाद में हालत गंभीर होती देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां देर रात मुकेश की मौत हो गई। एसएचओ देवा पंकज सिंह ने बताया कि मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। एसडीएम के नाम संबोधित सुसाइड नोट में मुकेश ने लिखा है कि वह और उसका पूरा परिवार निर्दोष है। उसकी पत्नी लक्ष्मी मोबाइल पर किसी दूसरे से बात करती थी। जब इसको लेकर पूछताछ की तो पत्नी ने कुछ नहीं बताया। गुस्से में आकर उसने पत्नी को दो थप्पड़ मार दिए थे। इससे क्षुब्ध होकर ही उसने घर में फांसी लगा ली थी। वह और उसके मां-बाप, भाई सभी इस मामले में निर्दोष हैं। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच कर रही है।