नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
बाराबंकी। बरसात से बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने में पावर कॉर्पोरेशन को पसीना छूट रहा है। बिजली आपूर्ति को लेकर प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण अभियंता को चेतावनी दी। शहर के 20 मोहल्लों में करीब 50 हजार लाेगों को पांच दिन से बिजली नहीं मिली है। जिन मोहल्लों में जलभराव है, वहां आपूर्ति शुरू करना चुनौती है। करीब 100 गांवों में पांच दिन से बिजली आपूर्ति ठप होने से लोग बेहाल हैं। वहीं 220 गांवों की बिजली 15 घंटे गुल रही। शुक्रवार को पावर कॉर्पोरेशन की आधा दर्जन टीमें प्रभावित इलाकों में जुटी रहीं। वहीं राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने पावर कॉर्पोरेशन के अधीक्षण अभियंता मनोज सोनकर को जिले की बिजली व्यवस्था के लिए जमकर फटकार लगाई। कहा कि अधिकारी नागरिकों का फोन रिसीव नहीं करते हैं। सरकार जनता के हितों में काम कर रही है, इसलिए कोई लापरवाही व भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मंत्री ने कार्रवाई की चेतावनी भी दी। पल्हरी उपकेंद्र में अस्थायी उपकेंद्र बनाकर बिजली आपूर्ति की जा रही है। लेकिन शहर के आजादनगर, नागेश्वरनाथ, पीरबटावन आंशिक समेत 20 मोहल्लों में बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इन मोहल्लों में पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। फाॅल्ट दुरुस्त करने के लिए बिजली कर्मियों ने नाव का भी सहारा लिया। रामनगर क्षेत्र के गणेशपुर, मीरपुर, भैरमपुर समेत 100 गांवों में पांच दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है। शुक्रवार को सिरौलीगौसपुर क्षेत्र में खजुरिहा, दरिगापुर, अमरादेवी, भवानीपुर, ददरौली समेत 220 गांवों की बिजली 15 घंटे गुल रही। एक्सईएन अंशुमान यादव का कहना है कि कार्य चल रहा है। जल्द ही बिजली उपकेंद्र पल्हरी से आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जिन इलाकों में पानी भरा है, वहां पर करंट के डर से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। रामसनेहीघाट क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे के सापेक्ष 10 घंटे ही बिजली आपूर्ति हो पा रही है।