दैवीय आपदा प्रबन्धन जाॅच समिति ने जिला प्रशासन के कार्यो पर जताया संतोष !

नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबन्धन जाॅच समिति ने बाराबंकी जनपद में बाढ़ से बचाव तथा अन्य आपदा प्रबन्धन से जुडे़ कार्यो पर संतोष व्यक्त किया। कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में आज सम्पन्न दैवीय आपदा प्रबन्धन समिति की सम्पन्न बैठक में सभापति उमेश द्विवेदी ने प्रशासन के कार्यो और बाढ़ से निपटने की रणनीति की प्रशंसा की।
जनपद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सम्बन्धित विभिन्न स्तरों पर की गयी अब तक की कार्यवाही तथा बाढ़ के समय प्रस्तावित कार्यो की रूपरेखा से परिचित होते हुए समिति ने कहा कि जिला बाढ़ आपदा नियत्रंण कक्ष सुचारू रूप से कार्य करें। समिति ने बाढ़ नियत्रंण कक्ष का फोन नम्बर भी मिलाकर देखा, जो क्रियाशील था।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने समिति को बाढ़ नियत्रंण के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए बताया कि रामनगर तथा अन्य सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निवास कर रहे लोगों को उनकी सहमति के आधार पर बांध के दूसरी ओर विभिन्न योजनाओं के आवासों में शिफ्ट करने की कार्ययोजना पर तेजी से कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य तैयारियाॅ भी पूर्ण कर ली गयी है। बाढ़ से निपटने की तैयारियों का हर दूसरे सप्ताह समीक्षा की जाती है। उन्होंने अवगत कराया कि इस क्षेत्र में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अब तक 145 हैण्डपम्प का उच्चीकरण किया जा चुका है। क्षेत्रों में एण्टीलार्वा, फॅागिंग का कार्य भी नियमित रूप से किया जा रहा है। सभी बाढ़ चैकियाॅ सक्रिय है। करीब ढाई सौ नाव उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के उपजिलाधिकारी 15-15 राहत चैपाल आयोजित कर बाढ़ से बचाव के लिए जागरूकता अभियान में सम्मिलित हो रहे है।
समिति ने कहा कि सर्पदंश से होने वाली मौतों के सम्बन्ध में समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों आदि पर साइनबोर्ड लगाया जाये कि यहाॅ पर सर्पदंश की दवा उपलब्ध है तथा प्रभावित लोगों को यह भी बताया जाये कि सर्पदंश से मृत्यु हो जाने पर पोस्टमार्टम अवश्य कराये ताकि मृतक के परिजनों को 04 लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध हो सके। समिति ने आयुष्मान कार्ड के सम्बन्ध में कहा कि इस कार्य में तेजी लायी जाये। समिति ने बाढ़ क्षेत्रों में खराब होने वाली सड़को के निर्माण आदि के सम्बन्ध में कहा कि 15 दिन के अन्दर इसकी आख्या एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों के रख रखाव के स्थायी समाधान की कार्य योजना प्रस्तुत की जाये। समिति ने जनपद की गौशालाओं की स्थिति की समीक्षा करने के बाद कहा कि पर्याप्त मात्रा में पराली का भण्डारण कर लिया जाये। साथ ही अमृत सरोवर के विकास की स्थिति की समीक्षा करते हुए समिति ने कहा कि यह महत्वाकांक्षी योजना है। ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर पार्क के रूप में विकसित हो रहे है। इनके संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जाये। ग्राम चौपाल के सम्बन्ध में कहा कि ग्राम चौपाल में ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बुलाया जाये तथा उन्हें प्रचलित विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं तथा विकास कार्यो के बारे में बताया जाये।    दैवीय आपदा प्रबन्धन समिति की सम्पन्न बैठक में सदस्य सुरेंद्र चौधरी, लाल बिहारी यादव, इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह, जिलाधिकारी अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह, अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार सिंह सहित समस्त सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

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