नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
बाराबंकी। बारिश का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। शहर में करीब पांच घंटे हुई झमाझम बारिश के कारण सड़कों से लेकर गली-मोहल्ले जलमग्न हो गए। हाईवे पर दो फीट तक पानी भर जाने से जाम की स्थिति बनी रही। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। निकायों में चलाए जा रहे सफाई अभियानों का कोई खास असर नहीं नजर आ रहा है। पानी भर जाने से कस्बों और गांवों के हालात बदतर हो गए हैं। उधर, तराई में चेतावनी बिंदु पार कर चुकी सरयू नदी खतरे के निशान को छूने के लिए बेताब नजर आई, जिससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है। बारिश के कारण तीन सौ से अधिक गांवों के दो लाख लोग बिजली से वंचित रहे। सूरतगंज क्षेत्र में बिजली गिरने के कारण ट्रांसफार्मर और कई घरों के उपकरण फुंक गए। हालांकि बारिश से खेतों में पानी भर जाने के कारण किसानों ने धान की रोपाई तेज कर दी है। शहर में हुई बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं। नाले उफनाने से अयोध्या लखनऊ नेशनल हाईवे पर पटेल तिराहे से लेकर पल्हरी बाईपास तक हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। नाका चौराहे के पास हाईवे पर दो फीट तक पानी भर गया, जिसके कारण काफी देर तक जाम की स्थिति बनी रही। शहर के लखपेड़ाबाग, दशहराबाग, लक्ष्मणपुरी की तमाम सड़कों पर पानी भर गया। निचले इलाकों में पानी घर और दुकानों में भी घुस गया। आवास विकास, अभयनगर, छाया चौराहा, सत्यप्रेमीनगर समेत अन्य मोहल्लों में भी जलभराव बना रहा। जमुरिया नाले के जलस्तर में पिछले दो दिनों में उफान आया है। इससे कमरियाबाग, नई बस्ती, घोसियाना समेत अन्य मोहल्लों में नाले किनारे बसे घरों में पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है। कई मोहल्लों में बच्चे सुबह स्कूल के लिए भी बाहर नहीं निकल सके।