नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ
सतरिख, बाराबंकी। आषाढ़ की पूर्णिमा से नागपंचमी तक चलने वाले मजीठा मेले की परंपरागत तरीके से शुरुआत हुई। मजीठा स्थित श्री नागदेवता के मंदिर में रविवार को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने पूजा-अर्चना करने के बाद फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया। मेले में दुकानें सज गई हैं और श्रद्धालुओं ने डेरा जमाना शुरू कर दिया है। सोमवार को पूर्णिमा के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु नागदेवता के दर्शन-पूजन करने के लिए मेले में पहुंचेंगे। ग्राम पंचायत मजीठा में श्री नागदेवता का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां पर जिले के साथ अन्य जनपदों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। करीब एक महीने तक चलने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं। मेले का शुभारंभ होने से लोगों में खुशी की लहर है। दूरदराज से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था कराई गई है। जगह-जगह बैरियर बनाए गए हैं। हैदरगढ़ बाराबंकी मार्ग के बड़े वाहनों को सतरिख होकर हरख चौराहे से भेजा जाएगा। आने वाले श्रद्धालु मिट्टी की मलिया में दूध व चावल लेकर मंदिर की बांबी पर चढ़ाते हैं। मान्यता है कि मंदिर में दूध व चावल चढ़ाने के बाद मलिया घर के किसी हिस्से में रख देने से सर्प का भय नहीं रहता है। इस मौके पर पूर्व विधायक बैजनाथ रावत और शरद अवस्थी के अलावा मेला कमेटी अध्यक्ष देवकी नंदन, प्रधान पति वज्जू, दीपेश, परिपूर्णानंद, संजय वर्मा आदि मौजूद रहे। थाना प्रभारी नारद मुनि सिंह ने बताया कि सतरिख के साथ अन्य थानों की पुलिस व महिला सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मेले में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।