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नई दिल्ली। चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। बता दें, अरब सागर में इस साल उठे चक्रवात को ‘बिपरजॉय’ का नाम दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति या आकस्मिकता से निपटने के तैयार हैं। लोगों और अधिकारियों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, 15 जून को चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ ही भारी बारिश होने की संभावना है। कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की भी संभावना है। जयपुर में मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि 16 जून को दोपहर तक चक्रवात बिपरजॉय राजस्थान की ओर प्रवेश करेगा। 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। अगले 6-12 घंटे में यह चक्रवात कमजोर होगा। 16 तारीख को भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। 17 जून को भी भारी बारिश की संभावना रहेगी। 18 जून को बारिश कम होने की संभावना है।
CPRO पश्चिम रेलवे ने जानकारी दी है कि 60 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर 69 ट्रेनों को रद्द किया गया है। 33 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है, जबकि 27 ट्रेनों को शॉर्ट-ऑरजिनेट किया गया है।