नीरज शर्मा, ब्यूरो चीफ, अपराध प्रहरी
बाराबंकी। वित्तीय अनियमितता एवं सरकारी धन के बंदरबांट को लेकर काफी समय से चर्चा में रहे ग्राम प्रधान नंदरासी के वित्तीय अधिकारों को सीज कर दिया गया है। पंचायत सचिव बजरंगी प्रसाद से साठ-गांठ कर प्रधान राम निवास द्वारा मनमाने तरीके से विकास कार्यों का भुगतान बेटे के खाते में करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा था। ग्रामवासी शशि पुत्र शिवराज द्वारा नोटरी शपथ पत्र देकर की गई शिकायत पर हुई जांच में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी मिलने से जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी द्वारा इनके वित्तीय अधिकारों को सीज किया गया है। मामला विकास खंड फतेहपुर की ग्राम पंचायत नंदरासी का है। यहां पर प्रधान द्वारा फर्जी तरीके से कार्य दिखाकर परिवार के लोगों को ही पैसा भुगतान करने की शिकायत की गई थी। डीपीआरओ नीतेश भोंडेले ने पूरे मामले की जांच कराई तो शिकायत सही पाई गई। प्रधान राम निवास द्वारा 4 लाख 78 हजार 343 रुपए का नियम विरुद्ध भुगतान अपने बेटे के खाते में किया गया था। जिला पंचायत राज अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण से जिलाधिकारी को अवगत कराया। डीएम ने जिला उद्यान अधिकारी एवं सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग की टीम गठित कर इस भ्रष्टाचार की जांच कराई तो पूरा मामला आईने की तरह साफ हो गया। फिर क्या था, जिलाधिकारी कार्यालय से 7 मार्च को पत्र जारी करके प्रधान राम निवास के वित्तीय अधिकारों को सीज कर दिया गया। इस कार्यवाही के बाद जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत नंदरासी में हुए विकास कार्यों की विस्तृत जांच के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा की टीम गठित कर 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।