अधिवक्ता-लेखपाल विवाद में 13 दिन पुरानी हड़ताल खत्म

अपराध प्रहरी संवाददाता

फतेहपुर बाराबंकी। अधिवक्ता व लेखपाल के बीच हुए विवाद को लेकर 13 दिनों से अधिवक्ता एकपक्षीय कार्यवाही के विरोध में कलमबन्द हडताल कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिसमें सोमवार को आमसभा की बैठक के पश्चात् कलमबन्द हडताल को स्थगित कर दिया गया है क्योंकि इस मामले में आपसी समझौता होने की खबर पता चली है। मालूम हो कि 18 फरवरी को अधिवक्ता मनोज कुमार मौर्या और क्षेत्र जमुआ के हल्का लेखपाल विवेक कुमार के बीच एक कागज दुरूस्ती के मामले में लेखपाल द्वारा 10 हजार रूपये की मांग की गयी थी जिसको लेकर लेखपाल व वकीलों के बीच कहासुनी के बाद विवाद हो गया था। जिसको लेकर पुलिस ने एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए एक दर्जन अधिवक्ताओं के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने 27 मार्च से कलमबन्द हडताल करते हुए एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया था। इस दौरान अधिक्ताओं के प्रतिनिधि मण्डल ने कई उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर आरोपी लेखपाल के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की जा रही थी। सोमवार को बार सभागार में अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में एक आमसभा की बैठक अधिवक्ताओं द्वारा की गयी जिसमें हल्का लेखपाल एवं मनोज मौर्या के बीच आपसी समझौते के आधार पर हडताल को खत्म किये जाने के लिए कई अधिवक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे। बार संघ अध्यक्ष ने कहा कि आपसी समझौते के चलते उच्चाधिकारियों के समक्ष दोनो पक्षों द्वारा दाखिल किये गये आपराधिक वाद वापस ले लिये जायेंगे। जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इस कारण आगामी 11 अप्रैल तक इस हडताल को स्थगित किया जाता है। समीक्षा बैठक के बाद अन्तिम निर्णय लिया जायेगा। इस मौके पर महामंत्री रामलाल वर्मा, राजीव नयन तिवारी, हरिनाम सिंह वर्मा, राजेश कुमार वर्मा, अलीउद्दीन शेख, राकेश कुमार रावत, गणेश शंकर मिश्रा, संजय सिंह, बालकृष्ण दीक्षित, धीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, प्रवीण पटेल, अमर सिंह, पौरूष श्रीवास्तव, सत्यदेव गुप्ता, मनोज वर्मा, प्रिन्स वर्मा, रमेशचन्द्र रावत, हरीश कुमार मौर्या, रामऔतार गौतम, मो0 फहद सहित काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे।