प्रकाशित खबर का जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान, परिवार को किया योजनाओं से आच्छादित

अपराध प्रहरी संवाददाता

बाराबंकी। एक ही परिवार के पांच में से तीन बच्चे किसी दुर्लभ बीमारी से दिव्यांग हो गए हैं। समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने टीमें गठित कर दी है जो परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करेंगे। मालूम हो कि देवा ब्लॉक के मेहरारू निवासी स्व० मनोज कुमार पाल के तीन बच्चे सचिन विपिन और आर्यन शुरुआत में स्वस्थ थे लेकिन 7 वर्ष की आयु तक पहुंचते ही तीनों धीरे-धीरे पैरों से कमजोर होने लगे और दिव्यांगता का शिकार हो गए। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी डा. पल्लवी सिंह और जिला दिव्यांग कल्याण अधिकारी एजाजुल हक ने कर्मचारियों को पीड़ित परिवार के घर भेजा। उनकी पारिवारिक स्थिति को देखते हुए आधार कार्ड, बैंक पासबुक सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करके आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बच्चों की माता का निराश्रित महिला पेंशन के लिए आवेदन करा दिया गया है। इन्हें प्रतिमाह एक हजार रुपये दिया जाएगा। वहीं, दो बच्चों को केंद्र सरकार की स्पांसरशिप योजना के तहत आवेदन करा दिया गया है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी करा ली जाएगी। इन दोनों बच्चों को प्रति माह चार-चार हजार रुपये सरकार की ओर से मिलेंगे, जबकि दो और बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा सामान्य योजना के अंतर्गत फार्म भराए गए हैं। इन बच्चों को प्रत्येक महीने ढाई-ढाई हजार रुपये मिलेंगे। दिव्यांग बच्चों को आवश्यकता अनुसार व्हीलचेयर और ट्राईसाइकिल भी उपलब्ध कराई जाएगी।