अपराध प्रहरी संवाददाता
कृषि हमारी पहचान के साथ-साथ जीवन जीने की व्यवस्था है : राजरानी
बाराबंकी। राजकीय इण्टर कॉलेज बाराबंकी स्थित आडिटोरियम में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्टेंशन (आत्मा)योजनांतर्गत पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर कृषि विभाग द्वारा एक दिवसीय आयोजित किसान सम्मान दिवस एवं किसान मेला/ प्रदर्शनी का शुभारंभ, सोमवार को मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्षा राजरानी रावत, विशिष्ट अतिथि हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत और मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्षा राजरानी रावत ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि जिले के किसानों ने मोटे अनाजों की उन्नतिशील खेती से देश और प्रदेश में अपना परचम फहराकर जिले को गौरवान्वित किया है। मैं उन किसानों भाइयों को बधाई देती हूं जिन्होंने उन्नति खेती करके मोटे अनाज उत्पादन में मुख्यमंत्री जी से पुरस्कार प्राप्त कर जनपद का नाम रोशन किया। मोटे अनाज जौ, चना, लाही, कोदो सहित अन्य अनाजों के उत्पादन के मामले में जिले के किसानों की मेहनत रंग ला रही है। विशिष्ट अतिथि विधायक हैदरगढ़ दिनेश रावत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि हमारे देश के लोगों की आजीविका का मुख्य व्यवसाय है इसी से हम लोग अपना जीवन यापन करते थे। कृषि के क्षेत्र में हमारे जनपद के किसानों ने अहम कार्य किये है, जनपद के किसानों ने अपनी उपज के माध्यम से देश-प्रदेश में अपनी पहचान बनाई है। हमारे जनपद में आबादी का घनत्व ज्यादा है इसलिये यहाँ पर किसानों के पास जमीनें भी थोड़ी-थोड़ी है फिर भी किसानों ने कृषि में सब्जी, केला उत्पादन सहित अन्य तमाम फसलों में अपना परचम लहराया है। पद्मश्री राम सरन वर्मा जैसे किसानों ने बाराबंकी जनपद का नाम पूरे देश में रोशन करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कृषि हमारी पहचान के साथ-साथ जीवन जीने की व्यवस्था है। कृषि ने हम सबको पालन पोषण के साथ-साथ शिक्षित करने का काम भी किया है। विधायक दिनेश रावत ने अपने जीवन का संस्मरण बताते हुए कहा कि हम लोग गरीब घर में जन्म लेने वाले लोग है जब हम छोटे-छोटे हुआ करते थे घर में पढ़ाई लिखाई के लिये पैसा नहीं हुआ करता था तब सरसों, दाल, चावल आदि अनाज बेंचकर लिखने के लिये खड़िया और किताबें खरीदते थे। कृषि न होती तो शायद हम लोग पढ़-लिख न पाते और आज इस मुकाम पर भी शायद न होते। कृषि ने हम जैसे गरीबों को हर प्रकार से सहारा दिया है। कृषि हमारी पहचान है हमारी विरासत है। आज तमाम लोग गांव छोड़कर शहरों में बसे है, मैं उनसे निवेदन करता हूँ कि आप शहर में रहिए पर अपने गांव भी जाइये वहाँ पर खेती भी करिये। शहरों में तमाम बीमारियां आपको घेरेगी और गांव में आप खेती करके स्वस्थ रहेंगे। आज हमारी सरकार किसानों को 6 हजार रुपये सम्मान निधि दे रही है यह निधि आगे बढ़ भी सकती है। सरकार किसानों को सब्सिडी पर खाद, बीज और कीटनाशक सहित अन्य तमाम सुविधाएं प्रदान कर रही है। पहले सरकारी योजनाओ की धनराशि लोगों तक पूरी नहीं पहुँच पाती थी, लेकिन आज हमारी केंद्र और प्रदेश की सरकारों की सभी योजनाओं का एक-एक पैसा सीधे हर व्यक्ति के खातों में पहुँच रहा है। किसानों की प्रगति के लिये सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन ने कहा कि बाराबंकी के किसान कृषि विविधीकरण के क्षेत्र में अत्यन्त अग्रणी हैं एवं राज्य की उत्पादकता में उनका विशेष योगदान है तथापि अभी भी जनपद में कृषि के क्षेत्र में विशेष रूप से औद्यानिक खेती, मत्स्य पालन आदि में अपार संभावनायें हैं जिनके माध्यम से यहां के कृषक अकल्पनीय प्रगति कर सकते हैं। उप कृषि निदेशक श्रवण कुमार द्वारा मिलेट्स फसलों की विविधिताओं एवं लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही फार्मर रजिस्ट्री के अन्तर्गत कृषि एवं पचायतीराज विभाग के आपरेटरों द्वारा किये जाने वाले ई0-के0वाई0सी0 एवं लेखपालों द्वारा किये जाने वाले सत्यापन का विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया। उप कृषि निदेशक, शोध अरविन्द कुमार द्वारा प्राकृतिक खेती के साथ-साथ मिलेट्स की खेती के बारे में जानकारी दी गई। जिला कृषि रक्षा अधिकारी, श्री विजय कुमार द्वारा कृषि रक्षा रसायनों के प्रयोग को कम करने के साथ ही आई0पी0एम0 के बारे में विशेष जानकारी दी गई। इस अवसर पर 38 कृषकों को कृषि, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन एवं गन्ना की खेती के क्षेत्र में अधिक उत्पादकता प्राप्त करने हेतु जनपदस्तरीय किसान सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान के रूप में सभी कृषकों को प्रमाण पत्र देने के साथ ही उन्हें अंगवस्त्र प्रदान किये गये एवं माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य राम सिंह उर्फ भुल्लन वर्मा, जिला पंचायत सदस्य डा0 अवधेश वर्मा, प्रगतिशील कृषक राम किशोर पटेल, प्रगतिशील कृषक विक्रान्त सैनी, प्रगतिशील कृषक के0के0 गुड्डू यादव, उप कृषि निदेशक श्रवण कुमार, उप कृषि निदेशक शोध अरविन्द कुमार, कृषि विज्ञान केन्द्र, हैदरगढ़, बाराबंकी के प्रभारी डा0 अश्वनी कुमार सिंह, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 ए0के0 अवस्थी, कृषि विभाग के क्षेत्रीय कार्मिक, फार्मर रजिस्ट्री के कार्य हेतु नामित पंचायत सहायक एवं समस्त तहसीलों के लेखपालों के साथ ही भारी संख्या में किसान भी उपस्थित रहे। महिला कृषकों द्वारा भी किसान मेले में भारी संख्या में प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर फार्मर रजिस्ट्री हेतु कार्मिकों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष एवं माननीय विधयक हैदरगढ़, बाराबंकी एवं अन्य अतिथियों तथा अधिकारियों द्वारा मेले में लगे कृषकोपयोगी स्टालों का अवलोकन भी किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक गायक कलाकार जमुना प्रसाद कनौजिया और लोक गायिका मोहिनी द्वारा सांस्कृृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी की गई। अन्त में उप कृषि निदेशक, बाराबंकी श्रवण कुमार द्वारा समस्त अतिथियों, अधिकारियों एवं कृषक भाइयों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया।