बाराबंकी पुलिस ने ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश

अपराध प्रहरी संवाददाता

कंकड़ देकर जेवरात लूटने वाले पांच शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

दो बाल अपचारियों को संरक्षण में लें जेवरात व अन्य सामान बरामद

बाराबंकी। पुलिस ने कंकड़ देकर हाथ की सफाई से जेवरात लूटने वाले गिरोह के पांच शातिर ठगो/लुटेरों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। जनपद में घटित टप्पेबाजी की घटनाओं के अनवारण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में स्वाट सर्विलांस व थाना कोतवाली नगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा डिजिटल डेटा व मैनुअल इंटेलीजेंस की मदद से कोतवाली नगर में 4 घटनाओं का अनावरण करते हुए 5 शातिर अभियुक्तों गोपाल प्रजापति पुत्र छबिलाल प्रजापति निवासी मोहल्ला टोनिका सिटी गली नं0 1 गिरजाघर के पीछे थाना टोनिका सिटी जनपद गाजियाबाद मूल निवासी पटेल नगर जानकीदास हास्पिटल दिल्ली, रतन लाल पुत्र हरीलाल निवासी चंचल पार्क अमरूद वाली बाग 766 कोटिला बिहार फैज द्वितीय थाना नरौला दिल्ली, रौनक सोलंकी पुत्र रतन लाल बिहार फैज द्वितीय थाना नरौला दिल्ली, गंगा देवी पत्नी रतन लाल निवासी चंचल पार्क अमरूद वाली बाग 766 कोटिला बिहार फैज द्वितीय थाना नरौला दिल्ली, आरती प्रजापति पत्नी गोपाल प्रजापति निवासी मोहल्ला टोनिका सिटी गली न० 01 गिरजाघर के पीछे थाना टोनिका सिटी जनपद गाजियाबाद को गिरफ्तार किया गया एवं दो बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया। अभियुक्तगण के कब्जे से जनपद में कारित की गई टप्पेबाजी की घटनाओं से सम्बन्धित जेवरात एवं इलेक्ट्रानिक तराजू, 05 मोबाइल फोन आदि सामान बरामद किया गया। अभियुक्तगण द्वारा बाराबंकी, लखनऊ, गाजीपुर एवं बिहार, मध्य प्रदेश आदि अन्य प्रान्तों में भी ठगी व लूट की घटनाएं कारित की गई हैं। पूर्व नियोजित योजनानुसार बच्चे द्वारा महिला से रोते हुए स्वयं के कई दिनों से भूखे होने एवं मालिक द्वारा पीटे जाने की बात कही जाती है। तभी वहां पूर्व से उपस्थित गिरोह के सदस्य द्वारा उसे कुछ खरीद कर खाने हेतु रूपये दिये जाते हैं किन्तु उस बच्चे द्वारा स्वयं के पास मालिक के यहां से बहुत रुपये चुरा लाने की बात कहते हुए नोटों की गड्‌डी दिखाई जाती है। गड्डी में ऊपर-नोचे 500 रूपये का नोट एवं बीच में नोट के साइज के कागज लगे होते हैं। गिरोह के अन्य सदस्य द्वारा महिला को कुछ जेवरात देकर उस बच्चे से नोटों की गड्डी ले लेने का लालच दिया जाता है तथा महिला उन लोगों के षडयंत्र में फंस कर अपने जेवरात दे देती हैं। अभियुक्तगण द्वारा एक रुमाल महिला को दिया जाता है। जिसमें महिला द्वारा जेवरात उतार कर रख दिये जाते हैं तथा महिला की मदद करने के बहाने हाथ की सफाई से उसके जेवरात के रुमाल को एक अन्य रुमाल से बदल दिया जाता है। जिसमें कंकड़ रखे होते हैं। यदि अभियुक्तगण इस तरह की योजनाओं में सफल नहीं होते थे तो जेवरात छीनकर भाग जाते थे। घटना कारित करने के पश्चात अभियुक्तगण द्वारा जेवरात को अन्य जनपद अथवा प्रांत में बेंच दिया जाता था।