जनता की समस्याओं का समाधान करना हम सबके लिए सर्वाेपरि : डी एम

अपराध प्रहरी संवाददाता।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ संपूर्ण समाधान दिवस

बाराबंकी। जनता की समस्याओं का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण संभव हो सके इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में तहसील फतेहपुर के लोकसभागार में आयोजित हुआ। जिलाधिकारी ने समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ सुनने के उपरांत मौके पर ही उनका निराकरण करने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी फरियादी समस्या के समाधान के उद्देश्य से ही सरकारी कार्यालयों में आता है इसलिए जनता की समस्या का समाधान करना हम सबके लिए सर्वाेपरि है। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि भूमि विवाद सम्बंधित जन शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि शासन द्वारा संचालित समस्त जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनपद के हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। संबंधित विभाग के अधिकारी सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं , जिससे कि आम आदमी भी योजना से सीधे जुड़ सके और लाभान्वित हो सकें। संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 74 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें से 07 शिकायतों का जिलाधिकारी के माध्यम से मौके पर निस्तारण किया गया। राजस्व विभाग से सम्बन्धित 23 प्रार्थना पत्र , पुलिस विभाग से सम्बन्धित 14 प्रार्थना पत्र , विकास से सम्बन्धित 12 प्रार्थना पत्र, खाद्य एवं रसद विभाग से 08 प्रार्थना पत्र, विद्युत विभाग से 14 प्रार्थना पत्र, नगर निकाय विभाग से 01 प्रार्थना पत्र, स्वास्थ्य विभाग से 01 प्रार्थना पत्र, जिला प्रोबेशन विभाग से 01 प्रार्थना पत्र प्रस्तुत हुए। जिलाधिकारी ने कहा जिन शिकायतों का मौके पर निस्तारण नहीं हो सका है संबंधित विभाग के अधिकारी स्थलीय निरीक्षण कर शिकायतों का गुणवत्ता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जन-शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में समय व गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी ने विकास खंड निन्दूरा की दो ऑगनबाडी कार्यकत्री ब्रजरानी व सावित्री को कुर्सी मेज का सेट दिया। फतेहपुर विकास खंड की 2 गर्भवती महिलाओं श्रीमती उषा व श्रीमती गुड़िया की गोदभराई कराई और दो बालिकाओं ध्वनि व अनामिका को अन्नप्रासन करवाया। उक्त कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बाल्यावस्था पूर्व अनुभव और शिक्षा का प्रभाव व्यक्ति में जीवन भर रहता है इसलिये आंगनबाड़ी केंद्रों पर अच्छा वातावरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि इन्हें प्री- प्राइमरी लर्निंग केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके। विभिन्न स्वंय सहायता समूह की 11 महिलाओं को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत सिलाई की मशीन भी भेंट की गई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक  दिनेश कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी फतेहपुर राजेश कुमार विश्वकर्मा, उप जिलाधिकारी न्यायिक आनंद कुमार तिवारी, तहसीलदार वैशाली अहलावत, क्षेत्राधिकारी फतेहपुर जगतराम कनौजिया, सीओ गरिमा पंत, परियोजना निदेशक मनीष कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश त्रिपाठी, डीडीओ भूषण कुमार, सीडीपीओ निन्दूरा अरुण पांडेय, सुपरवाइजर पूनम यादव और सीडीपीओ प्रभारी फतेहपुर किरण लता, सुपरवाइजर निशा वर्मा, नीतू सिंह आदि सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।