सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में अभिभावक सम्मेलन का हुआ आयोजन !

अपराध प्रहरी संवाददाता।

फतेहपुर, बाराबंकी। सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज के सभागार में अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया। अतिथियों ने मां शारदे के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन, पुष्पार्चन और वन्दना कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। अभिभावक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में अभिभावक संतोष श्रीवास्तव तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में अभिभाविका प्रीती वर्मा, प्रबंध समिति के पदाधिकारी,प्रधानाचार्य सहित अनेक अभिभावक सम्मिलित हुए। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुनील सिंह श्रेयांश ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी अपने बेटा बेटी की हर गतिविधि पर दृष्टि रखे। उनके मित्र कौन है,वह मोबाइल कितनी देर चलाते है,उसकी निगरानी आवश्यक है,कही ऐसा न हो कि डेटा के चक्कर में बेटा बेटी खो दे। आप सभी अपने बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार कर,उन्हें सही पथ दिखा सकते है। आगे उन्होंने अभिभावक सम्मेलन की उपयोगिता के बारे में कहा कि अभिभावक और शिक्षक दोनों को अपने बच्चों की रुचि तथा सौंदर्य के बारे में के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। खेलकूद,गीत संगीत,नाटक,भजन, कीर्तन ,कला शिल्प,व पुस्तक अध्ययन बच्चे की रूचियों की पहचान करना है। प्रकृति के प्रति जागरूकता, आत्म विश्वास,नेतृत्व क्षमता,सहानुभूति,सहयोग आदि उसके आंतरिक मन के प्रकटीकरण की परख करना अनिवार्य है। एक अभिभावक के नाते आप सभी अपने भैया बहनों को योजना निर्माण के लिए प्रेरित करना चाहिए तथा उनकी शैक्षिक, व्यावसायिक तथा व्यक्तिगत योजनाओं के बारे लगातार चर्चा परिचर्चा करते रहना चाहिए। भैया बहनों की जरूरतें प्रगति तथा विद्यालयी गतिविधियों की जानकारी प्रत्येक अभिभावक को बदलते परिदृश्य में अति आवश्यक है।
मुख्य अतिथि अभिभावक संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि अभिभावकों को स्कूल द्वारा आयोजित किसी भी अभिभावक-शिक्षक बैठक को नही छोड़ना चाहिए। एक समय और एक स्थान पर शिक्षक और अभिभावक बच्चे के सामने आमने-सामने मौखिक रूप से बात कर सकते हैं और बच्चे के प्रदर्शन का आकलन कर सकते हैं। वे उन विषयों या सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों का विश्लेषण कर सकते हैं जिनमें बच्चा अच्छा है और उन विषयों या गतिविधियों के लिए योजनाएँ तैयार कर सकते हैं जो उसे उबाऊ या अरुचिकर लगती हैं। केवल ऐसी बातचीत के माध्यम से ही एक ही योजना को स्कूल और घर पर एक साथ लागू किया जा सकता है ताकि अंतिम परिणाम तेजी से और बेहतर तरीके से प्राप्त हो सके। विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रीति वर्मा ने सभी अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी के समग्र विकास के लिए आवश्यक है कि शिक्षक और अभिभावक दोनों अधिकतम वार्ता करते रहे, वार्ता का यह कार्य प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में हो सकता है।  सम्मेलन के दौरान विद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सभी अभिभावकों  का मन मोह लिया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबंधक लाल बहादुर वर्मा ने आए हुए समस्त अभिभावकों का आभार व्यक्त किया।