प्रदेश चुनाव को लेकर नेताओं में वार पलटवार का दौर जारी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर प्रहार किया है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को लेकर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिनका मूल चरित्र ही अलोकतांत्रिक, आपराधिक वंशवादी हो, उनके मुंह से लोकतंत्र और विकास की बात हास्यास्पद है। विधान सभा चुनाव प्रत्याशियों की सूची सपा के ‘दंगाई प्रेमी’ और ‘तमंचावादी’ होने की पुष्टि करती है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि ‘नए उत्तर प्रदेश’ की जनता पलायन नहीं, प्रगति चाहती है और ‘दंगा मुक्त प्रदेश’ ‘सपा मुक्त प्रदेश’ जनता का संकल्प है। अपना हमला जारी रखते हुए योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी प्रदेश को दंगे की आग में झोंक कर यहां फिर से अराजकता का नया युग कायम करना चाहती है। अपराधियों को दिए गए विधानसभा के टिकट इनकी दंगाई मानसिकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। जनता आगामी विधानसभा चुनाव में इन्हें फिर से सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने विधान सभा चुनाव-2022 में जिन्हें टिकट दिया है, उनकी ही भूमिका प्रदेश को ‘दंगा प्रदेश’ बनाने में थी। विकास एवं सुशासन से सामाजिक न्याय का पर्याय यह ‘नया उत्तर प्रदेश’ है। प्रदेश की जागरूक जनता विपक्ष की मंशा कभी पूरी नहीं होने देगी।
योगी ने बाद में एक कार्यक्रम में कहा कि राष्ट्रवाद के मूल्यों से बिना डिगे, बिना हटे व बिना रुके, वंशवादी और जातिवादी राजनीति को खारिज करते हुए, प्रदेश में ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ की स्थापना करते हुए, भाजपा सरकार ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। प्रदेश में आज सुरक्षा का बेहतर वातावरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में विकास की योजनाओं का लाभ सबको मिला है, लेकिन तुष्टीकरण किसी का नहीं हुआ है। पूर्व की सरकारों में मुख्यमंत्री और मंत्री अपना घर बनवाते थे, लेकिन मुझे इस बात पर गौरव की अनुभूति होती है कि ‘डबल इंजन’ की भाजपा सरकार ने 45 लाख गरीबों के घर बनवाए हैं।